Tata Chemicals के मुनाफे में आई 60% की भारी गिरावट, रेवेन्यू भी घटा, सोमवार को शेयरों पर रहेगी कड़ी नजर…

Tata Chemicals ने सितंबर 2025 में समाप्त तिमाही के लिए अपने Q2 परिणाम घोषित किए, जिसमें कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 60% की बड़ी गिरावट दर्ज की गई। कंपनी का मुनाफा घटकर सिर्फ 77 करोड़ रुपये रह गया, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह 194 करोड़ रुपये था। कुल आय भी 3% गिरकर 3877 करोड़ रुपये पर आ गई, जो पिछली बार 3999 करोड़ रुपये थी।

गिरावट के प्रमुख कारण

कंपनी का कहना है कि कमज़ोर बाजार, वॉल्यूम की कमी, कमजोर रियलाइजेशन और UK यूनिट के पुनर्गठन के चलते परिणाम प्रभावित हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोडा ऐश की सप्लाई अधिक है व इन्वेंट्री लेवल ऊंचे होने के चलते प्राइस दबाव में रह गए हैं। इसके अलावा, कंपनी की EBITDA में भी 13% की गिरावट आई और यह 537 करोड़ रुपये रह गया।

EBITDA मार्जिन और लागत प्रबंधन

Q2 2025 के दौरान EBITDA मार्जिन 13.8% रहा, जो पिछली तिमाही के 15.5% से कम है। यह गिरावट कम वॉल्यूम और कमजोर रियलाइजेशन के कारण हुई, हालांकि बेहतर कॉस्ट मैनेजमेंट के चलते दबाव कुछ हद तक संतुलित हुआ। रीकन्फिगरेशन के चलते UK यूनिट में अब वैल्यू एडेड non-cyclical products का फोकस बढ़ा है।

नेट डेट और वित्तीय स्थिति

30 सितंबर 2025 तक कंपनी का नेट डेट 5583 करोड़ रुपये था, जिसमें 776 करोड़ की लीज देनदारियां शामिल हैं। कंपनी ने लागत नियंत्रण, इन्वेंटरी रिड्यूस और घरेलू बाजार में वॉल्यूम वृद्धि के सहारे अपने स्टैंडअलोन नतीजों में सुधार किया है। कंपनी का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट 80% बढ़कर 178 करोड़ रुपये पहुंच गया और स्टैंडअलोन रेवेन्यू भी 19% बढ़कर 1204 करोड़ रुपये रहा।

प्रबंधन की राय और आगे की रणनीति

Tata Chemicals के CEO आर मुकुंदन के अनुसार, अब भी सोडा ऐश बाजार में डिमांड-सप्लाई बैलेंस सॉफ्ट है और संभावनाएं मध्यम अवधि में रेंज-बाउंड रहने की ही हैं। कंपनी ने UK रीकन्फिगरेशन फेज पूरा कर लिया है, और अब वैल्यू एडेड प्रोडक्ट्स पर फोकस कर रही है। भारत में डिमांड मजबूत रही है, जबकि चीन, यूरोप और अमेरिका जैसे रेगियनों में ग्रोथ कमजोर रही है।

सोमवार को शेयरों पर नजर का कारण

नतीजों के बाद बाजार में अनुमान लगाया जा रहा है कि Tata Chemicals के शेयर पर सोमवार को बड़ी हलचल देखने को मिल सकती है। गिरावट के बाद भी कंपनी ने कॉस्ट कंट्रोल और ऑपरेशनल एफिशिएंसी से पॉजिटिव संकेत दिए हैं, जिससे निवेशकों की निगाहें सोमवार के ट्रेंड पर रहेंगीगी।

Disclaimer
Farmerhaat
 पर दी गयी कोई भी जानकारी केवल सूचना और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की निवेश या ट्रेडिंग सलाह नहीं है।

Leave a Comment