NTPC Green Energy: भारत के रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में सोमवार को एक महत्वपूर्ण साझेदारी देखने को मिली, जब CtrlS Datacenters ने NTPC Green Energy Limited (NGEL) के साथ 2 गीगावॉट तक की ग्रीन एनर्जी क्षमता विकसित करने के लिए समझौता किया। यह साझेदारी न केवल एनर्जी ट्रांजिशन की दिशा में एक बड़ा कदम है बल्कि देश के नेट-जीरो लक्ष्य को हासिल करने में भी अहम भूमिका निभाएगी।
CtrlS Datacenters का लक्ष्य अपने सभी डेटा सेंटर्स को पूरी तरह से ग्रीन एनर्जी से चलाना है, जिससे कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी और कंपनी अपने नेट-जीरो टारगेट की ओर तेजी से बढ़ सकेगी।
ग्रीन एनर्जी सप्लाई समझौता
यह समझौता CtrlS के फाउंडर और CEO श्रीधर पिन्नापुरीड्डी और NGEL के CEO सरित माहेश्वरी के बीच साइन किया गया। इस MoU के तहत दोनों कंपनियां मिलकर ग्रीनफील्ड डेवलपमेंट और अधिग्रहण (Acquisition) के जरिए ग्रिड-कनेक्टेड रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स विकसित करेंगी।
साझेदारी की अवधि फिलहाल दो साल के लिए तय की गई है, जिसे भविष्य में और बढ़ाया जा सकता है। यह सहयोग CtrlS के डेटा सेंटर्स के लिए स्वच्छ ऊर्जा की आपूर्ति सुनिश्चित करेगा और भारत के सस्टेनेबल एनर्जी लक्ष्यों को मजबूत करेगा।
NTPC Green Energy की क्षमता
NTPC Green Energy, जो NTPC Ltd की सब्सिडियरी है, फिलहाल 8.9 गीगावॉट (GW) की ऑपरेशनल क्षमता और 13 GW निर्माणाधीन प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। कंपनी का लक्ष्य वर्ष 2032 तक 60 GW की कुल क्षमता तक पहुंचना है।
FY25 में कंपनी ने अब तक 1.65 GW नई क्षमता जोड़ी है, जिससे इसका ऑपरेशनल पोर्टफोलियो 7.6 GW तक पहुंच गया है। यह तेजी से बढ़ती हुई प्रगति NTPC Green Energy को भारत की अग्रणी ग्रीन एनर्जी कंपनियों में शामिल कर रही है।
NTPC Green Energy शेयर प्राइस
मंगलवार को NTPC Green Energy के शेयर प्राइस 100.74 रुपये पर बंद हुए। बीते पांच वर्षों में कंपनी ने अपने निवेशकों को लगभग 280% का रिटर्न दिया है। हाल ही में ICICI Securities ने इस स्टॉक पर भरोसा जताया है और इसका टारगेट प्राइस 120 रुपये तय किया है।
ब्रोकरेज का कहना है कि हालांकि कंपनी का ग्रीन एनर्जी डेवलपमेंट ट्रैक रिकॉर्ड अभी सीमित है, लेकिन कम पूंजी लागत (Lower Capital Cost) और मजबूत स्पॉन्सर सपोर्ट इसे लॉन्ग टर्म ग्रोथ में फायदा दिला सकते हैं।
भारत में कॉर्पोरेट सेक्टर में ग्रीन एनर्जी की बढ़ती भूमिका
CtrlS और NTPC Green Energy की साझेदारी इस बात का प्रमाण है कि ग्रीन एनर्जी अब सिर्फ नीति नहीं, बल्कि कॉर्पोरेट ऑपरेशंस का मुख्य हिस्सा बन रही है। भारत में तेजी से बढ़ती डेटा सेंटर्स की मांग को देखते हुए, ग्रीन एनर्जी के उपयोग से कंपनियां अपने ऑपरेशंस को न केवल सस्टेनेबल बना रही हैं, बल्कि लागत में भी कमी ला रही हैं।
यह समझौता भारत के ग्रीन एनर्जी सेक्टर को एक नई दिशा देगा और देश को स्वच्छ ऊर्जा के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।




