₹30 से कम कीमत का यह स्मॉल कैप स्टॉक मचाएगा तहलका, ₹335 करोड़ के जारी करेगी FCCB, Suzlon को देगा टक्कर..

स्मॉल कैप कंपनियों द्वारा फंड जुटाने के लिए FCCB (Foreign Currency Convertible Bonds) एक आधुनिक और प्रभावशाली तरीका है। FCCB का मतलब होता है विदेशी मुद्रा में जारी बॉन्ड्स, जिनको निवेशक बाद में कंपनी के शेयर में बदल सकते हैं। हाल ही में एक प्रमुख हेल्थ व कन्फेक्शनरी कंपनी ने ₹355 करोड़ के FCCB जारी करने का बोर्ड प्रस्ताव पास किया है। बोनड्स के ज़रिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में पूंजी जुटाई जाती है, जिसे कंपनी अपने विस्तार, कर्ज चुकाने या निवेश जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में लगाती है.

Kellton Tech शेयर प्राइस

स्मॉल कैप कंपनी Kellton Tech मुख्य रूप से कन्फेक्शनरी व हेल्थ के उत्पाद बनाती है। हालिया बोर्ड निर्णय के बाद इसके शेयरों में लगातार दो दिन अपर सर्किट लगा और भाव ₹50 के नीचे ही बना हुआ है। आमतौर पर जब छोटी कंपनियां इस तरह की बड़ी पूंजी जुटाने की योजना घोषित करती हैं तो उनकी मार्केट कैप और शेयर में अचानक वॉल्यूम बढ़ जाता है। एक सप्ताह में शेयर में 11-16% की तेजी देखी गई। सोमवार को यह स्टॉक निवेशकों की निगाह में खास रहेगा क्योंकि FCCB के इश्यू के चलते ट्रेडिंग वोल्यूम और मूवमेंट दोनों तेज रह सकते हैं.

कंपनी की वित्तीय स्थिति

फाइनेंशियल डाटा के अनुसार, Kellton Tech Solutions की मौजूदा मार्केट कैप करीब ₹280–360 करोड़ है। कंपनी पिछले पूरे साल में 8-12% रेवेन्यू ग्रोथ दिखा चुकी है, जबकि ऑपरेटिंग मार्जिन लगभग 9-11% रहा है। ताज़ा तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट एक सामान्य स्तर पर रहा, लेकिन FCCB के ज़रिए जुटाई गई पूंजी से प्रबंधन की उम्मीद है कि अगले दो वर्षों में ग्रोथ रफ्तार और बेहतर होगी। कंपनी के बिजनेस मॉडल में एफएमसीजी और हेल्थ सेक्टर में विविधता है और नए कैपिटल से विस्तार पर फोकस रहने की संभावना है.

FCCB का असर और निवेशकों के लिए संकेत

₹355 करोड़ के FCCB इश्यू से कंपनी के पास ग्रोथ के लिए नई पूंजी आ जाएगी। निवेशक इसे कंपनी की बैलेंस शीट मजबूत होने का संकेत मानते हैं। FCCB का कन्वर्जन प्राइस अगर मार्केट भाव से ऊँचा है तो लंबी अवधि में शेयरहोल्डर्स के लिए रिटर्न बेहतर रहता है। इंटरनैशनल फंड्स द्वारा निवेश बढ़ने से कंपनी के प्रति बाजार की धारणा भी सुधरती है। हालांकि छोटे शेयर में लाइव ट्रेडिंग वोलैटिलिटी जरूर रहेगी, पर बोर्ड के फैसले के बाद अगले सप्ताह इस पर खास फोकस रहेगा.

भविष्य की रणनीति और रिस्क

कंपनी के बोर्ड ने FCCB फंड्स को विस्तार, कर्ज रीपेमेंट, रिसर्च व डेवलपमेंट जैसे कार्यों में लगाने के संकेत दिए हैं। छोटे शेयरों में मार्केट वोलैटिलिटी और फंडिंग के बाद ऑपरेटिंग रिस्क अधिक रहता है, लेकिन FCCB से कॉर्पोरेट गवर्नेंस भी मजबूत होती है और कंपनी की क्रेडिट प्रोफाइल बेहतर होती है। निवेशकों को तात्कालिक ट्रेंड्स पर नज़र रखना फायदेमंद रहेगा.

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 पर दी गयी कोई भी जानकारी केवल सूचना और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की निवेश या ट्रेडिंग सलाह नहीं है।

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