गोल्डन क्रॉसओवर शेयर बाजार का एक लोकप्रिय टेक्निकल पैटर्न है, जिसे मजबूत बुलिश साइन माना जाता है। यह तब होता है जब किसी स्टॉक का 50-डे मूविंग एवरेज 200-डे मूविंग एवरेज के ऊपर चला जाता है। यह संकेत देता है कि शेयर में ऊपर जाने की संभावना है और इसमें बुलिश ट्रेंड या रिकवरी शुरू हो सकती है। हाल में Nifty 500 इंडेक्स के कई प्रमुख शेयरों जैसे Astral Limited, JBM Auto Limited और Mangalore Refinery and Petrochemicals Limited (MRPL) में यह पैटर्न देखा गया है।
Astral Limited
Astral Limited की शुरुआत 1996 में अहमदाबाद से हुई थी। कंपनी पाइप, डाइनेस, एडहेसिव, बाथवेयर और पेंट सेगमेंट में काम करती है और बिल्डिंग मटेरियल इंडस्ट्री में प्रमुख स्थान रखती है। हाल ही में 28 अक्टूबर 2025 को Astral के स्टॉक में 1,417.71 रुपये के स्तर पर गोल्डन क्रॉसओवर हुआ। उसी दिन इसका 50-डे मूविंग एवरेज 200-डे मूविंग एवरेज से ऊपर गया। स्टॉक ने गुरुवार को 1,464.90 रुपये की तेजी के साथ क्लोजिंग दी। पिछले एक महीने में Astral का स्टॉक 5.95% बढ़ा है, जबकि Sensex में 5.22% का इजाफा हुआ है। पिछले साल भर में हालांकि प्रदर्शन मिक्स रहा है, लेकिन मौजूदा टेक्निकल इंडिकेटर्स बुलिश ट्रेंड का संकेत दे रहे हैं।
JBM Auto Limited
JBM Auto Limited की स्थापना 1996 में हुई थी और कंपनी ऑटो कंपोनेंट्स व इलेक्ट्रिक बसों के निर्माण में अग्रणी है। यह कंपनी EV सेगमेंट में भी तेजी से आगे बढ़ रही है। 28 अक्टूबर 2025 को कंपनी के शेयर में 681.55 रुपये के स्तर पर गोल्डन क्रॉसओवर देखा गया। इसके बाद शुक्रवार को स्टॉक 680.95 रुपये पर बंद हुआ। पिछले तीन साल में JBM Auto ने निवेशकों को 224.57% रिटर्न दिया है, जबकि Sensex ने इसी दौरान 41.14% का रिटर्न दिया। अभी के टेक्निकल इंडिकेटर्स—जैसे RSI (57.11), MACD और अन्य—स्टॉक में आउटपरफॉर्मेंस दिखाते हैं।
MRPL
MRPL, जो ONGC की सब्सिडियरी है, ने भी हाल में यह टेक्निकल पैटर्न दिखाया है। 27 अक्टूबर 2025 को MRPL के शेयर में 132.96 रुपये के स्तर पर गोल्डन क्रॉसओवर हुआ। इसके बाद स्टॉक में बड़ी वॉल्यूम (1.32 करोड़ शेयर) के साथ तेजी देखी गई, और शेयर 162.50 रुपये पर बंद हुआ, जिसमें 1.98% की एक दिन की तेजी दर्ज हुई। इसके रोजमर्रा के ट्रेंड्स देखें तो डे मूविंग एवरेजेज और MACD जैसे इंडिकेटर्स भी फिलहाल बुलिश संकेत दिखा रहे हैं।
इन तीनों कंपनियों में गोल्डन क्रॉसओवर के बाद निवेशकों की दिलचस्पी और ट्रेडिंग वॉल्यूम में बढ़ोतरी देखी गई है। यह पैटर्न दर्शाता है कि जब शॉर्ट टर्म एवरेज लॉन्ग टर्म एवरेज को पार कर जाती है, तब बुलिश ट्रेंड की संभावना मजबूत हो जाती है। सभी आंकड़े और तकनीकी स्तर अक्टूबर 2025 के ताज़ा डाटा पर आधारित हैं।




