गुरुवार, 30 अक्टूबर 2025 को Vodafone Idea का शेयर करीब 7% गिरकर 8.7 रुपये पर बंद हुआ। पिछले तीन दिनों में यह शेयर 18% की गिरावट दर्ज कर चुका है। 27 अक्टूबर 2025 को शेयर ने इंट्राडे में 10.6 रुपये का उच्चतम स्तर बनाया था, वहीं अब यह 8.21 रुपये तक गिर गया।
सुप्रीम कोर्ट के AGR आदेश का प्रभाव
सुप्रीम कोर्ट ने 27 अक्टूबर 2025 को Vodafone Idea के अतिरिक्त AGR (Adjusted Gross Revenue) डिमांड 9,450 करोड़ रुपये के मामले में सरकार को पुनर्विचार का आदेश दिया है। लेकिन 83,400 करोड़ रुपये के पुराने AGR बकाए को लेकर कोई राहत नहीं दी गई। इस आदेश की डिटेल कॉपी सामने आने के बाद निवेशकों में बेचैनी बढ़ गई, जिससे शेयर में तेज गिरावट आई। AGR का बकाया टेलीकॉम कंपनियों पर सरकारी लाइसेंस और शुल्क के हिसाब से लगाया जाता है।
ब्रोकरेज ने दी Sell रेटिंग
डोमेस्टिक ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल और Emkay Global ने वोडाफोन आइडिया पर SELL की रेटिंग दी है और 6 रुपये का टारगेट दिया है। यानी शेयर के वर्तमान स्तर से और 32% गिरावट की संभावना जताई गई है। ब्रोकरेज की रिपोर्ट में कंपनी पर अगला संकट कर्ज और AGR बकाये की वजह से बताया गया है।
कर्ज का भारी बोझ
वोडाफोन आइडिया पर करीब 1.18 लाख करोड़ रुपये का कर्ज बाकी है, जो AGR बकाए के साथ कुल 1.96 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचता है। वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट सिर्फ 9,200 करोड़ (92 बिलियन) रुपये रहा। ऐसे में कंपनी के पास ऑपरेशन चलाने के लिए सीमित संसाधन हैं और फ़िलहाल सरकार की कोई बड़ी राहत सामने नहीं आई है।
रीटेल निवेशकों की चिंता
सितंबर 2025 तक Vodafone Idea में 60 लाख से ज्यादा रीटेल निवेशकों ने पैसा लगाया था, जिनकी कुल हिस्सेदारी 4.64% है। शेयर का 52-वीक्स हाई 10.6 रुपये और लो 6.12 रुपये रहा है। टेक्निकल चार्ट के अनुसार शेयर अपने 5-डे, 20-डे मूविंग एवरेज से नीचे ट्रेड कर रहा है।
कंपनी ने सपष्ट कहा है कि अगर AGR बकाए में राहत नहीं मिली तो FY26 के बाद सर्वाइव करना मुश्किल होगा। ऐसे में बहुत संभव है कि सरकार को भविष्य में कोई बड़ा निर्णय लेना पड़े। फिलहाल कारोबार, कर्ज और वैल्युएशन को देखते हुए निवेशकों और ब्रोकरेज एजेंसी की राय निगेटिव बनी हुई है।




